Sunday, August 26, 2012

तेरी आँखों का मैं दीवाना


तेरी आँखों का मैं दीवाना 

तेरी नज़रों की हैरानियाँ,
तेरी पलकों की शैतानियाँ,
तेरे काजल की नादानियाँ,
तेरी आँखों की ये कहानियाँ |

तेरी आँखों में जो खो जाऊँ,
तो हर मंजिल को पा जाऊँ |

तेरी नज़रों का मैं कायल हूँ,
तेरी आँखों का मैं दीवाना |१|

उनींदी आँखें, मुंदी हुई, 
शरमाई आँखें, झुकी हुई,
मासूम हैं आँखें, खुली हुई,
कभी गुस्से से हैं भरी हुई |

इन आँखों में ग़र डूब सकूं
तो मैं शायद जी जाऊँ |

तेरी नज़रों का मैं कायल हूँ,
तेरी आँखों का मैं दीवाना |२|

खुली पलकों में जो शरारतें,
मुंदी पलकों में वो इबादतें,
गर प्यार से देखे, इनायतें,
तेरी तिरछी नज़रें कयामतें

इन आँखों में सब देख लिया,
अब हसरत है की मर जाऊँ

तेरी नज़रों का मैं कायल हूँ,
तेरी आँखों का मैं दीवाना |३|

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